नेटवर्क के अवयव (Component of Network :-
एक नेटवर्क मे अनेक उपकरण लगे होते है जो कंप्युटर की कनेक्शन को निर्धारित करने मे सहायता प्रदान करता है | जैसे : ब्रिज , स्विच आदि |
✨मॉडम(Modem):-
मॉडम का पूर्ण रूप मे माडुलेटर - डी मॉडुलेटर है | डिजिटल सिग्नल को ऐनलॉग सिग्नल मे बदलने की प्रक्रिया को माडुलेटर कहते है | एवं ऐनलॉग सिग्नल को डिजिटल सिग्नल मे परिवर्तन की प्रक्रिया को डी- मॉडुलेटर कहते है | मॉडम द्वारा डिजिटल माइक्रोकम्प्यूटर ऐनलॉग टेलीफोन लाइनों के माध्यम से संचार कर पते है | इस संचार के अंतर्गत ध्वनि तथा डाटा दोनों शामिल होते है |
मॉडम द्वारा डाटा ट्रांसमीट करने की गति परिवर्तनशील होती है | ट्रांसफर दर नामक इस गति को बाइट प्रति सेकंड (bps) में मापा जाता है | इसकी गति जितनी तृव होगी , उतनी ही तेज आप डाटा को भेज ओर प्राप्त कर सकते है उदाहरण :- एक चित्र को 33.6kbps मॉडम से भेजने में 75 सेकंड लगते है , जबकि 56 kbps मॉडम में मात्र 45 सेकंड लगेंगे |
मुख्य रूप से मॉडम चार प्रकार के होते है - बाह्य,आंतरिक , पीसी कार्ड और वायरलेस |
1. बाह्य मॉडम (external modem):-
कंप्युटर के बाहर स्थित इसे कंप्युटर के सिरिएल पोर्ट मे एक केबल द्वारा जोड़ा जाता है | एक अन्य तार द्वारा मॉडम को टेलीफोन लाइन में जोड़ते है |2. आंतरिक मॉडम (Internal Modem):-
यह सिस्टम यूनिट के भीतर स्थित एक प्लग-इन सर्किट बोर्ड होता है | इस मॉडम को टेलीफोन केबल द्वारा टेलीफोन लाइन जोड़ते है |3. पीसी कार्ड मॉडम (pc card modem)-
क्रेडिट कार्ड के आकार वाले इस expension bord को पोर्टेबल कंप्युटर के अंदर लगाते है |इसे टेलीफोन केबल द्वारा टेलीफोन लाइन से जोड़ते है |4.वायरलेस मॉडम ( Wireless Modem):-
यह एक ऐसा डिवाइस है जिसमे किसी भी प्रकार का तार अन्य उपकरण के जैसे नहीं लगता है इसमे वायु के माध्यम से डाटा भेजा और प्राप्त किया जाता है |✨हब (Hub)
यह एक lan (local area network) का बहुत ही महत्वपूर्ण घटक है | इसे कनेक्टर भी कहते है | हब एक ऐसी डिवाइस है जो LAN में एक केंद्र बिन्दु (control point) का कार्य करती है | लैन के सभी नोड केबल द्वारा हब से जुड़े होते है | दो नोडेस के बीच कॉम्युनिकेशन में डाटा सिग्नल हब के माध्यम से ही भेजा जाता है |
हब को निम्न प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है -
(ii) ऐक्टिव हब (Active Hub) - यह ऐक्टिव हब किसी भी सिग्नल (डाटा )को प्राप्त करके उसे Amplify करने के बाद ही दूसरे नोड या टारगेट डिवाइस को भेजता है | अर्थात ऐक्टिव हब एक रिपीटर का कार्य भी करता है |
इसके अलावा एक और हब है जो एक मल्टपल कार्य करता हैं |
(iii) इंटीलिजेंट हब ( Intelligent Hub )-यह हब सभी प्रकार का नेटवर्क प्रबंधन कर सकता है | यह हब एक से अधिक टोपोलोजी की सुविधा भी प्रदान करता है | यह एक से अधिक Lans को भी जोड़ सकता है | कुछ हब रेपिटर व ब्रिज का कार्य भी कर सकता है |
✨स्विच(Switch)
स्विच ,ब्रिज का उन्नत रूप है | इसका क्षमता ब्रिज से ज्यादा होती है | स्विच एक मूलटीपोर्ट ब्रिज के रूप मे कार्य करता है जो विभिन्न उपकरणों व lan मे सिगमेंट को जोड़ता है | स्विच में सामान्यतः प्रत्येक लिंक नेटवर्क जिससे वह जुड़ता है उसके लिए एक बफर में उसे संग्रह कर लेता है और अड्रेस को आउटगोइंग लिंक फ्री होती है | ( अर्थात कालीजन का खतरा नहीं होता है ) तब स्विच उस लिंक को वह फ्रेम भेज देता है |
स्विच का निर्माण दो अलग अलग तकनीकों पर किया जाता है |
(1 )स्टोर एण्ड फॉरवर्ड स्विच (Store-and-forward Switch)
स्टोर एण्ड फॉरवर्ड स्विच फ्रेम को तब तक इनपुट बफर मे रखता है जब तक की सम्पूर्ण पैकेट प्राप्त नहीं हो जाता है |
(2)कट-थ्रू स्विच (cut-through switch)-कट थ्रू में जैसे ही पैकेट को डेस्टिनेशन एड्रैस मिल जाता है तो उसे आउट्पुट बफर में ट्रांसफर कर दिया जाता है |
✨ राउटर (Router)
एक ऐसा इंटरनेटवर्क डिवाइस जो विभिन्न aarchitecture ( जैसे- ईथरनेट , टोकन रिंग इत्यादि ) को जोड़ने के लिए उपयोग किया जाता है | इसके द्वारा एक लाजिकल नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क को पैकेट भेजे जा सकते है |राउटर का उपयोग , उन बड़े - बड़े इंटरनेटवर्क्स में,जो TCP/IP प्रोटोकॉल सूट उपयोग करते है तथा जिनसे TCP/IP प्रोटोकॉल है,को डिडीकेटेड Lijd लाइन का उपयोग करके इंटरनेट से जोड़ने के लिए किया जाता है |
राउटर OSI(OPEN Source Interconnection) रेफरेंस मॉडल की नेटवर्क लेयर -3 पर कार्य करता है |इसकी मदद से लाजिकल अड्रेस (TCP/IP)के केस नेटवर्क पर पैकेट को भेजते है | राउटरर्स पैकेट को उपलब्ध पाथ की कोस्ट (कीमत) के आधार पर भेजते है , जिससे मैश नेटवर्क टोपोलॉजी में अधिक पाथ की समस्या हाल हो जाती है | राउटररस , पककेट्स के डेस्टिनेशन नेटवर्क अड्रेस का उपयोग करते है और वे केवल तभी कार्य करते है जब उपयोग किए गए प्रोटोकॉल राउटऐबल (जैसे - TCP/IP इत्यादि ) हो | ये ब्रिज से अलग होते है जो प्रोटोकॉल से फ्रीडम होते है |
राउटर को दो प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है -
1.Static Or Non-Adaptive Routers - इस प्रकार के राउटर में रौटिंग टेबल्स की मैनुअल विन्यासित (Configured) (सभी नेटवर्क एड्रैस व पाथ )करते है |
2.Dynamic Or Adaptive Routers-ये रौटर्स नेटवर्क ट्राफिक के आधार पर अपने रौटिंग टेबल्स स्वयं निर्मित करते है ( फिर भी इसमे प्रथम रूट को मैनुअल ही विन्यसित करना पडता है |)
✨ब्रिज (Bridge)-
ब्रिज एक ऐसा नेटवर्क है जो नेटवर्कस को विभाजित करता है या नेटवर्क की परिधि को बढ़ाता है |ब्रिज OSI मॉडल की डाटा लिंक लेयर पर कार्य करता है |इनका उपयोग अलग -अलग तरह के मीडिया ( जैसे - UTP केबलिंग ब् फाइबर ऑप्टिकल केबलिंग ) को जोड़ने के लिए किया जाता है | ब्रिज , सिग्नल को पुनः निर्मित तो करते है परंतु किसी भी तरह प्रोटोकॉल परिवर्तन नहीं करते है अर्थात दोनों नेटवर्क सिगमेंट (भाग) पर एक ही तरह के प्रोटोकॉल (जैसे -TCP/IP) का होना आवस्यक है,तभी उनको जोड़ा जा सकता है | ब्रिज SNMP(सिम्पल नेटवर्क मैनिज्मन्ट प्रोटोकॉल ) को सपोर्ट करते है और इसके साथ ही उनमे और भी कई विवेचनात्मक गुण होते है |
1. लोकल ब्रिज (Local Bridge)- ये lan's (लोकल एरिया नेटवर्क )को सीधे आपस में जोड़ते है |
2. रिमोट ब्रिज (Remote Bridge)- इनका उपयोग LAN's को जोड़कर WAN (वाइड एरिया नेटवर्क) का निर्माण करने के लिए किया जाता है |
3. वारलेस ब्रिज(Wireless Bridge)- इनका उपयोग लैन को जोड़ने या लैन को किसी दूरस्थ स्टेशन से जोड़ने के लिए किया जाता है |
✨ (Gateway)
गतेव का उप्योग अलग-अलग प्रोटोकॉल पर आधारित नेटवर्क (जैसे- TCP/IP , Apple Talk इत्यादि ) जोड़ने के लिए किया जाता है | गेटवे एक ऐसा नाम है जो नेटवर्क की बहुत बडी श्रेणी को प्रदर्शित करता है | इसके द्वारा अलग -अलग नेटवर्क आर्किटेक्चर व् अलग अलग प्रोटोकाल्स के बिच कम्युनिकेटिव संभव हो पता है | गेटवे नेटवर्किंग OSI (ओपन सिस्टम इंटरकनेक्शन )मॉडल के ऊपर वाली लेयर्स पर कार्य करता है | गेटवे सामान्यतः डेडिकेटेड उपकरण या डिडक्टेड कंप्यूटर पर चल रही सर्विसेस का समूह होता है | गेटवे का उपयोग अलग- अलग सिस्टम पर अलग - अलग प्रोटोकॉल स्टेक्स के बिच में कनेक्टिविटी के लिए किया जाता है |
गेटवे के कुछ उदाहरण निम्न लिखित है -
(1)E-mail Gateway
(2)Gateway Service for Network/GSNW)
(3)Systems Network Architecture/SNA)