1. कंप्यूटर की संरचना (Structure of Computer)
कंप्यूटर मुख्यतः दो भागों में विभाजित होता है: हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर। हार्डवेयर में मदरबोर्ड, सीपीयू, रैम, हार्ड ड्राइव आदि शामिल होते हैं।
2. बूटिंग प्रक्रिया (Booting Process)
बूटिंग वह प्रक्रिया है जिसमें कंप्यूटर को प्रारंभ किया जाता है। यह दो प्रकार की होती है:
- कोल्ड बूटिंग: जब कंप्यूटर को पहली बार चालू किया जाता है।
- वार्म बूटिंग: जब कंप्यूटर को पुनः चालू किया जाता है।
3. BIOS सेटिंग्स (BIOS Settings)
BIOS (Basic Input/Output System) एक फर्मवेयर प्रोग्राम है जो कंप्यूटर हार्डवेयर को नियंत्रित करता है। इसे सेटअप मोड में जाकर कॉन्फ़िगर किया जा सकता है।
4. मेमोरी (Memory)
मेमोरी कंप्यूटर का महत्वपूर्ण भाग होती है जो डेटा को अस्थायी और स्थायी रूप से संग्रहीत करती है। यह दो प्रकार की होती है:
- RAM (Random Access Memory): अस्थायी मेमोरी जो कंप्यूटर के कार्यशीलता को प्रभावित करती है।
- ROM (Read Only Memory): स्थायी मेमोरी जिसमें सिस्टम की आवश्यक जानकारी संग्रहीत होती है।
5. प्रथम सहायता एवं रखरखाव (First Aid Maintenance)
कंप्यूटर को सही ढंग से कार्यशील बनाए रखने के लिए नियमित सफाई और हार्डवेयर चेकअप आवश्यक होता है।
6. ट्रबलशूटिंग (Troubleshooting)
कंप्यूटर में होने वाली आम समस्याओं का समाधान करने की प्रक्रिया को ट्रबलशूटिंग कहा जाता है। सामान्य समस्याएँ और उनके समाधान:
- सिस्टम स्लो होने पर: अनावश्यक फ़ाइलें हटाएँ, RAM बढ़ाएँ।
- कंप्यूटर चालू न हो: पावर सप्लाई और कनेक्शन की जाँच करें।
- ब्लू स्क्रीन एरर: ड्राइवर अपडेट करें या OS पुनः इंस्टॉल करें।
7. फॉर्मेटिंग और ऑपरेटिंग सिस्टम लोडिंग (Formatting and OS Installation)
कंप्यूटर फॉर्मेटिंग करने का अर्थ है हार्ड ड्राइव से सभी डेटा हटाना। OS लोडिंग प्रक्रिया में शामिल हैं:
- बूटेबल USB ड्राइव बनाना।
- BIOS सेटिंग्स में प्राथमिक बूट डिवाइस सेट करना।
- OS इंस्टॉलेशन प्रक्रिया पूरी करना।
8. वायरस और एंटीवायरस (Virus and Antivirus)
वायरस एक हानिकारक प्रोग्राम होता है जो डेटा को नुकसान पहुंचा सकता है। एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग कर सिस्टम को सुरक्षित रखा जा सकता है।